Vishwakarma Ji Ki Aarti – श्री विश्वकर्मा भगवान की आरती – विश्वकर्मा पूजा के दिन और किसी भी निर्माण को आरम्भ करने से पूर्व श्री विश्वकर्मा भगवान की आराधना और स्तुति अवस्य करें. इससे आपका निर्माण सही तरीके से संपन्न होगा.
विश्वकर्मा भगवान ही सृजन और निर्माण के देवता हैं. वे आदि अभियंता हैं. भगवान विश्वकर्मा वास्तुकला के देवता हैं.
तो चलिए हम सब श्रद्धापूर्वक बोलें – बाबा विश्वकर्मा की जय और उनकी आरती आरम्भ करें.
Vishwakarma Ji Ki Aarti | विश्वकर्मा जी की आरती
ॐ जय श्री विश्वकर्मा, प्रभु जय श्री विश्वकर्मा ।
सकल सृष्टि के करता, सकल सृष्टि के करता, रक्षक स्तुति धर्मा ॥
ॐ जय श्री विश्वकर्मा ….
आदि सृष्टि मे विधि को, श्रुति उपदेश दिया।
जीव मात्र का जग मे, जीव मात्र का जग मे, ज्ञान विकास किया॥
ॐ जय श्री विश्वकर्मा ….
ऋषि अंगीरा तप से, शांति नहीं पाई॥
ध्यान किया जब प्रभु का, ध्यान किया जब प्रभु का, सकल सिद्धि आई।
ॐ जय श्री विश्वकर्मा ….
रोग ग्रस्त राजा ने जब आश्रय लीना।
संकट मोचन बनकर, संकट मोचन बनकर, दूर दुःख कीना॥
ॐ जय श्री विश्वकर्मा ….
जब रथकार दंपति, तुम्हरी टेर करी।
सुनकर दीन प्रार्थना, सुनकर दीन प्रार्थना, विपती सारी हरी ॥
ॐ जय श्री विश्वकर्मा ….
एकानन चतुरानन, पंचानन राजे।
त्रिभुज चतुर्भुज दशभुजा, त्रिभुज चतुर्भुज दशभुजा, सकल रूप साजे॥
ॐ जय श्री विश्वकर्मा ….
ध्यान धरे तब पद का, सकल सिद्धि आवे।
मन द्विविधा मिट जावे, मन द्विविधा मिट जावे, अटल शक्ति पावे॥
ॐ जय श्री विश्वकर्मा ….
श्री विश्वकर्मा की आरती जो कोई नर गावे।
भक्त गजानन स्वामी, भक्त गजानन स्वामी, सुख संपति पावे॥
ॐ जय श्री विश्वकर्मा ….
ॐ जय श्री विश्वकर्मा, प्रभु जय श्री विश्वकर्मा।
सकल सृष्टि के करता, सकल सृष्टि के करता, रक्षक स्तुति धर्मा॥
ॐ जय श्री विश्वकर्मा ….
विडियो का सोर्स – यूट्यूब
Importance of Vishwakarma Aarti
- विश्वकर्मा जी की आरती (Vishwakarma Ji Ki Aarti) के माध्यम से हम सब सृजन और निर्माण के देवता श्री विश्वकर्मा जी की स्तुति करतें अहिं.
- सभी प्रकार के निर्माण, मशीन, उद्योगों, वाहनों के देवता श्री विश्वकर्मा जी ही नही.
- हम सबको उनकी स्तुति करनी चाहिए.
- हमारे देश में तो एक साइकिल बनाने के दूकान से लेकर बड़े बड़े कल-कारखाने तक में श्री विश्वकर्मा जी की पूजा आराधना की जाती है.
- किसी भी प्रकार के निर्माण से पूर्व श्री विश्वकर्मा जी की आराधना और स्तुति करने से वह निर्माण अच्छे से पूरा हो जाता है.
- विश्वकर्मा पूजा प्रत्येक वर्ष मुख्य रूप से 17 सितम्बर को मनाई जाती है. इस दिन श्री विश्वकर्मा भगवान की सच्चे ह्रदय से पूजा करने के पश्चात विश्वकर्मा भगवान की आरती (Vishwakarma Bhagwan Ki Aarti) करना अत्यंत ही शुभ होता है.
Shri Vishwakarma Aarti Lyrics
|| Shri Vishwakarma Ji Ki Aarti ||
Om Jai Shri Vishwakarma, Prabhu Jai Shri Vishwakarma.
Sakal srishti ke karta, Sakal srishti ke karta, Rakshak stuti dharma.
Om Jai Shri Vishwakarma ….
Aadi srishti me widhi ko, Shruti updesh diya.
Jiv maatra ka jag me, Jiv maatra ka jag me, Gyan wikas kiya.
Om Jai Shri Vishwakarma ….
Rishi Angira tap se, Shaanti nahi payi.
Dhyan kiya jab prabhu ka, Dhyan kiya jab prabhu ka, Sakal siddhi aayi.
Om Jai Shri Vishwakarma ….
Rog grast Raja ne jab aashray leena.
Sankat mochan bankar, Sankat mochan bankar, dur dukh kina.
Om Jai Shri Vishwakarma ….
Jab Rathkar dampati, Tumhari ter kari.
Sunkar din prarthna, Sunkar din prarthna, Vipat sari hari.
Om Jai Shri Vishwakarma ….
Ekanan Chaturanan, Panchanan raje.
Tribhuj chaturbhuj dashbhuja, Tribhuj chaturbhuj dashbhuja, Sakal rup saaje.
Om Jai Shri Vishwakarma ….
Dhyan dhare tab pad ka, Sakal siddhi aawe.
Man dwiwidha mit jaawe, Man dvividha mit jaawe, Atal shakti paawe.
Om Jai Shri Vishwakarma ….
Shri Vishwakarma ji ki Aarti jo koi nar gaawe.
Bhakt gajanan swami, Bhakt gajanan swami, Sukh sampati pave.
Om Jai Shri Vishwakarma ….
Om Jai shri Vishwakarma Prabhu, Jay Shri Vishwakarma.
Sakal srishti ke karta, Sakal srishti ke karta, Rakshak stuti dharma.
Om Jai Shri Vishwakarma ….
कुछ जानकारी
श्री विश्वकर्मा भगवान सृजन और निर्माण के देवता माने जातें हैं.
भगवान विश्वकर्मा जी ब्रह्मा जी के पुत्र हैं.
मुख्य रूप से प्रत्येक वर्ष 17 सितम्बर को विश्वकर्मा पूजा की जाती है.
यजुर्वेद और ऋग्वेद में श्री विश्वकर्मा भगवान का वर्णन मिलता है.
कुछ और प्रकाशनों को भी देखें –
शिव जी की आरतीयाँ Shiv Ji Ki Aartiyan भगवान् शिव की समस्त आरतियों का संग्रह
Kuber Aarti | कुबेर जी की आरती
Ram Raksha Stotra श्री राम रक्षा स्तोत्र
Hanuman Ji Ki Aarti – Aarti Kije Hanuman Lala Ki श्री हनुमान जी की आरती