Dharmnath Ji Ki Aarti | श्री धर्मनाथ जी की आरती – श्री धर्मनाथ जी जैन धर्म के 15वें तीर्थंकर थे.
इस पोस्ट में हम श्री धर्मनाथ जी की स्तुति के लिए आरती का प्रकाशन कर रहें हैं.
इन्हें धर्मनाथ जिन के नाम से भी जाना जाता है.
श्री धर्मनाथ जी का जन्म इक्ष्वाकु वंश में हुआ था. इनकी माता का नाम सुव्रता रानी और पिता का नाम राजा भानु था.
धर्मनाथ जी का जन्म श्रावस्ती में हुआ था और इन्होने सम्मेद शिखर पर मोक्ष को प्राप्त किया था.
Dharmnath Ji Ki Aarti | श्री धर्मनाथ जी की आरती
|| श्री धर्मनाथ जी की आरती ||
आरती कीजे प्रभु धर्मनाथ की, संकट मोचन जिन नाथ की ।
आरती कीजे प्रभु धर्मनाथ की, संकट मोचन जिन नाथ की ।
माघ सुदी का दिन था उत्तम, सुभद्रा घर जन्म लिया प्रभु।
राजा भानु अति हर्षाये, इन्द्रो ने रत्न बरसाये।
आरती कीजे प्रभु धर्मनाथ की, संकट मोचन जिन नाथ की।
युवावस्था में प्रभु आये, राज काज में मन न लगाये।
झूठा सब संसार समझकर, राज त्याग के भाव जगाये।
आरती कीजे प्रभु धर्मनाथ की, संकट मोचन जिन नाथ की।
घोर तपस्या लीन थे स्वामी, भूख प्यास की सुध नहीं जानी।
पूरण शुक्ल पौष शुभ आयी, कर्म काट प्रभु ज्ञान उपाई।
आरती कीजे प्रभु धर्मनाथ की, संकट मोचन जिन नाथ की।
विडियो
श्री धर्मनाथ जी की आरती यूट्यूब विडियो निचे दिया हुआ है. प्ले बटन दबाकर इस विडियो को देखें.
धर्मनाथ जी का जन्म श्रावस्ती में हुआ था.
श्री धर्मनाथ जी ने सम्मेद शिखर पर मोक्ष को प्राप्त किया था.
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