Pulses Name – इस पोस्ट में हम सभी दालों के नामों को हिंदी और इंग्लिश (Hindi and English) में जानेंगे.
साथ ही हम इन दालों के बारे में बहुत सी उपयोगी और महत्वपूर्ण जानकारियों को भी जानेंगे.
आप सभी की सहायता के लिए हमने इस पोस्ट में सभी दालों की हिंदी और इंग्लिश नाम (Pulses name in Hindi and English), बैज्ञानिक नाम, फोटो, ऑडियो और विडियो भी दी हुई है.
इस एक पोस्ट में आपको सभी दालों के बारे में सम्पूर्ण जानकारी (Complete information about Pulses) मिल जायेगी.
अगर आपको ड्राई फ्रूट्स के बारे में जानना हैं तो आप Dry Fruits Name Hindi and English सभी ड्राई फ्रूट्स के नाम पोस्ट को देख सकतें हैं.
दाल हम सबके भोजन का एक अहम् हिस्सा हैं. दाल हमारे रोजाना की प्रोटीन की जरुरत का अधिकांश हिस्सा प्रदान करता है.
हम दाल को कई रूपों में भोजन में शामिल करतें हैं.
जैसा की मैंने आप सब लोगों को बताया है की दाल प्रोटीन का एक बहुत ही अच्छा श्रोत होता है. दालों के सेवन से हमारे शरीर की प्रोटीन की जरूरत पूरी होती है.
दाल की बहुत सी किस्में होतीं हैं. हम सब दाल को किसी न किसी रूप में अवस्य ही भोजन के रूप में प्रयोग करतें हैं.
सबसे पहले हम दाल किसे कहतें हैं? के बारे में जानेंगे, उसके बाद हम सभी दालों के नामों (Pulses name) को हिंदी और इंग्लिश में जानेंगे. उसके पश्चात हम सभी दालों के बारे में और बहुत सी उपयोगी जानकारी प्राप्त करेंगे.
अगर आप फलों के बारे में जानना चाहतें हैं तो 116 फलों के नाम फोटो के साथ Fruits Name in Hindi – English पोस्ट को देखें. इसमें आपको सभी फलों के बारे में हिंदी और अंग्रेजी में जानकारी दी गयी है.
तो सबसे पहले हम दाल के बारे में जानकारी प्राप्त करतें हैं. दाल भी अनाज के अंदर ही आता है. इसे हम सब दलहन कहतें हैं.
यह पौधों की छिम्मी फल / फली (legume)होती है. इसके बीजों को हम सब दाल के रूप में इस्तेमाल करतें हैं.
दाल की बहुत सी किस्में होतीं हैं. आप इनमे से कुछ को जानतें होंगे और कुछ के तो आपने नाम भी नहीं सुने होंगे. बहुत दालों के हिंदी नाम आप जानतें होंगे तो उनके इंग्लिश नाम नहीं जानतें होंगे.
इस पोस्ट को पूरा पढने के बाद आपको दालों के बारे में सम्पूर्ण जानकारी हो जायेगी.
- Pulses Name in Hindi and English with Image | दालों के नाम हिंदी और अंग्रेजी में फोटो के साथ
- 1. Pigeon pea / Red gram – अरहर दल / तुअर दाल
- 2. Green gram / Mung bean – मूंग
- 3. Split Green gram – हरी मूंग दाल | मूंग दाल छिलका सहित
- 4. Yellow mung / Green gram skinned – धुली मुंग की दाल | पिली मूंग दाल
- 5. Black gram / Urad bean – उड़द
- 6. Split Black gram – उड़द दाल छिलका सहित
- 7. Skinned black gram / White lentil – धुली उड़द दाल
- 8. Red Lentil – मसूर
- 9. Whole Red Lentil – मलका मसूर | साबुत मसूर दाल
- 10. Split Red lentil – मसूर दाल
- 11. Horse Gram / Kulthi bean – कुलथी दाल | कुरथी दाल
- 12. Grass pea – खेसारी दाल
- 13. Moth bean / Matki – मोठ दाल
- 14. Pea – मटर
- 15. Yellow split peas – मटर दाल
- 16. Split Chickpea / Split Bengal Gram – चना दाल
- 17. Chickpea – चना / काबुली चना
- 18. Black chickpea – काला चना
- 19. Kidney bean – राजमा
- 20. Cowpea – लोबिया
- 21. Black -eyed pea – लोभिया
- 22. Soybean – सोयाबीन
- 23. Lima bean – सेम
- 24. Adzuki bean / Red mung bean – लाल मूंग
- 25. Broad bean – बकला
- 26. Navy bean – नेवी बीन
- 27. Pinto bean – पिंटो बीन
- 28. Black turtle bean – ब्लैक टर्टल बीन या काली बीन
- 29. Yellow eye bean – येल्लो आइ बीन
- 30. Horto bean – हॉर्टो बीन
- 31. Mayocoba / Yellow bean – पिली बीन
- 32. Pink bean – पिंक बीन
- 33. Peruano / Maxican yellow bean – मैक्सिकन येलो बीन
- 34. Flageolet bean – फ्लेजियोलेट बीन
- 35. Craneberry bean – क्रेनबेरी बीन
- 36. Calypso bean – केलिप्सो बीन
- 37. Anasazi – अनासाज़ी
- 38. Scarlet runner bean – स्कारलेट रनर बीन
- 39. Rice bean – चावल बीन
- 40. Tepary bean – टपरी बीन
- 41. Bambara nut – बमबारा नट
- 42. Hyacinth bean / Seim bean – सिम बीन
- 43. Jack bean – जैक बीन
- 44. Winged bean – विंगड बीन
- 45. Velvet bean – वेलवेट बीन
- Pulses Name Video
- Pulses Name in Hindi and English Audio
- Importance of Pulses in Hindi
- All Pulses Name in Hindi and English PDF
- निवेदन
Pulses Name in Hindi and English with Image | दालों के नाम हिंदी और अंग्रेजी में फोटो के साथ
अब हम सभी दालों के नामों को हिंदी और इंग्लिश (Pulses Name) में जानेंगे. साथ ही हम इनके बारे में कुछ जानकारी भी प्राप्त करेंगे.
आप सबकी सहायता के लिए हमने इन दालों की फोटो भी दी हुई है.
इनमे से कुछ दालों की अलग से पेज हमारे इस साईट पर बनी हुई है और उनके लिंक दालों के नामों में ही दिए गयें हैं. आप लिंक पर क्लीक करके उस दाल के बारे में और जानकारी प्राप्त कर सकतें हैं.
1. Pigeon pea / Red gram – अरहर दल / तुअर दाल
अरहर दाल सबसे अच्छी और प्रसिद्ध दाल है. इसका बैज्ञानिक नाम Cajanus cajan है.
अरहर दाल को लोगों द्वारा काफी पसंद किया जाता है.
इसमें प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. अरहर दाल में लगभग 22% प्रोटीन पाया जाता है.
2. Green gram / Mung bean – मूंग
यह बहुत सुपाच्य दाल होती है. ऊपर जो फोटो दी गयी है वह साबुत मूंग की है. इसका इस्तेमाल अधिकतर तड़का आदि बनाने में किया जाता है.
अंकुरित करके भी मूंग को खाया जाता है.
मूंग का बैज्ञानिक नाम Vigna radiata है.
3. Split Green gram – हरी मूंग दाल | मूंग दाल छिलका सहित
साबूत मूंग को जब दो टुकड़ो में तोड़ दिया जाता है और इसका छिलका नहीं निकाला जाता है तो उसे Split green gram | हरी मूंग दाल या मूंग छिलका कहा जाता है.
4. Yellow mung / Green gram skinned – धुली मुंग की दाल | पिली मूंग दाल
मूंग को जब दो टुकड़ों में तोड़कर उसका छिलका निकाल दिया जाता है तो उसे धुली मुंग दाल या पिली मूंग दाल कहतें हैं. इंग्लिश में इसे Yellow mung / Green gram skinned कहतें हैं.
यह सबसे प्रचलित और बाजार में सबसे ज्यादा मांग वाली मूंग दाल है.
मूंग धुली दाल बहुत ही सुपाच्य होती है और इसमें प्रोटीन भी बहुत प्रचुर मात्रा में पाया जाता है.
5. Black gram / Urad bean – उड़द
उड़द को उरद भी कहा जाता है. ऊपर जो हमने उड़द की फोटो दी हुई है वह साबुत उड़द है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें की उड़द का बैज्ञानिक नाम Vigna mungo है.
दक्षिण भारतीय भोजन जैसे की डोसा, इडली, बडा आदि बनाने में उड़द दाल का इस्तेमाल किया जाता है.
6. Split Black gram – उड़द दाल छिलका सहित
साबुत उड़द को दो टुकड़ों में तोड़ दिया जाता है और उसका छिलका नहीं निकाला जाता है तो उसे split black gram या उड़द छिलका सहित कहतें हैं.
7. Skinned black gram / White lentil – धुली उड़द दाल
साबुत उड़द को जब दो टुकड़ों में तोड़कर उसका छिलका निकाल दिया जाता है तो उसे धुली उड़द दाल या Skinned black gram कहतें हैं.
उड़द दाल में इसका सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाता है. उड़द दाल में प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. इससे कई तरह के व्यंजन बनाए जातें हैं.
8. Red Lentil – मसूर
मसूर भी एक अच्छी दाल मानी जाती है. उपर जो मसूर की फोटो दी गयी है वह साबुत मसूर की है, इसका छिलका नहीं निकाला गया है.
आप सबको जानकारी के लिए बता दें की मसूर का बैज्ञानिक नाम Lens culinaris है.
मसूर में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है. इससे कई प्रकार के व्यंजन बनाये जातें हैं.
9. Whole Red Lentil – मलका मसूर | साबुत मसूर दाल
मसूर का जब छिलका निकाल दिया जाता है पर इसे दो टुकड़ों में नहीं तोड़ा जाता है तो इसे साबुत मसूर कहतें हैं.
10. Split Red lentil – मसूर दाल
मसूर को जब दो टुकड़ों में तोड़कर उसका छिलका निकाल दिया जाता है तो उसे split red lentils या मसूर की दाल कहतें हैं.
बाजार में सबसे अधिक मसूर दाल इसी रूप में उपलब्द्ध है.
यह बहुत जल्दी बन जाती है. मसूर की दाल से कई प्रकार के व्यंजन बनाये जातें हैं.
मसूर दल तड़का और रोटी एक बहुत ही बेहतरीन भोजन है.
11. Horse Gram / Kulthi bean – कुलथी दाल | कुरथी दाल
यह कम प्रचलित परन्तु बहुत अच्छी दाल होती है. कुरथी दाल में कई सारे औषधीय गुण भी पाए जातें हैं.
पकाने पर यह अन्य दालों की तरह अच्छे से नहीं गल पाती है. फिर भी यह दाल बहुत स्वादिष्ट और पोषक तत्वों से भरपूर होती है.
कुलथी दाल का बैज्ञानिक नाम Macrotyloma uniflorum है.
12. Grass pea – खेसारी दाल
खेसारी दाल ज्यादा प्रयोग में नहीं लायी जाती है. खेसारी दाल का बैज्ञानिक नाम Lathyrus sativus है.
इस दाल के अधिक मात्रा में सेवन से हानिकारक प्रभाव हमारे शरीर पर पड़ता है. इस कारण से खेसारी दाल का सेवन ज्यादा मात्रा में और अधिक दिनों तक नहीं करें. हो सके तो खेसारी दाल के सेवन से बचें.
13. Moth bean / Matki – मोठ दाल
मोठ दाल को मोटे अनाज में गिना जाता है. इसे वनमूँग कहतें हैं. यह ज्यादा प्रचलित दाल नहीं है.
मोठ दाल का बैज्ञानिक नाम Vigna aconitifolia है.
यह दाल प्रोटीन, विटामिन और मिनरल का एक अच्छा श्रोत है.
बहुत जगह मोठ दाल को पशुओं के चारे के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है.
14. Pea – मटर
कच्चे रूप में मटर का इस्तेमाल सब्जी के रूप में किया जाता है. पक जाने पर इसे सुखाकर मटर के दाने को दाल के रूप में इस्तेमाल किया जाता है.
ऊपर दी गयी फोटो साबुत मटर की है. इससे कई प्रकार के व्यंजन बनाए जातें हैं.
हरी मटर का इस्तेमाल सब्जी के रूप में किया जाता है.
मटर का बैज्ञानिक नाम Pisum sativum है.
15. Yellow split peas – मटर दाल
मटर को दो टुकड़ों में तोड़कर उसका छिलका निकाल देने से मटर की दाल बनती है.
इसमें बहुत अधिक मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है. मटर दाल में लगभग 25% प्रोटीन पाया जाता है. इसके अलावा इसमें विटामिन और मिनरल भी पाया जाता है.
मटर दाल से कई प्रकार के व्यंजन बनाए जातें हैं.
16. Split Chickpea / Split Bengal Gram – चना दाल
चना को जब दो टुकड़ों में तोड़ दिया जाता है और उसका छिलका निकाल दिया जाता है तो उसे चना दाल कहतें हैं.
यह बहुत ही पौष्टिक होता है. इससे कई प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन बनाये जातें हैं.
चना दाल में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है.
17. Chickpea – चना / काबुली चना
इसे हम सब gram या Bengal gram भी कहतें हैं. हिंदी में हम सब इसे चना कहतें हैं. चना की ही एक किस्म होती है जिसे हम सब काबुली चना कहतें हैं.
यह बड़े आकार का चना होता है. इसे छोला चना भी कहा जाता है.
काबुली चना से कई प्रकार के व्यंजन बनाये जातें हैं.
काबुली चना का बैज्ञानिक नाम Cicer arietinum होता है.
यह प्रोटीन का एक अच्छा श्रोत होता है. बेसन और सत्तू आदि चना से ही बनाये जातें हैं.
18. Black chickpea – काला चना
यह भी चना ही होता है परन्तु इसका रंग हल्का सा काला होता है.
इससे भी कई प्रकार के व्यंजन बनाये जातें हैं. इसमें भी प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन और मिनरल पाया जाता है.
19. Kidney bean – राजमा
इसे हम सब साधारण अंग्रेजी में beans भी कहतें हैं. इसका आकार किडनी के समान होता है.
राजमा से कई प्रकार के व्यंजन बनाये जातें हैं. राजमा और चावल एक बहुत ही पसंदीदा खाना है.
इसकी कई किस्में पाई जाती हैं. जिसके बारे में हम निचे पढेंगे. इसमें भी प्रोटीन पाया जाता है.
20. Cowpea – लोबिया
इसकी फली का उपयोग सब्जी के रूप में होता है इसके सूखे बीजों का इस्तेमाल दाल के रूप में किया जाता है.
लोबिया का बैज्ञानिक नाम Vigna unguiculata है.
इसकी कई किस्में पाई जाती हैं.
लोबिया में लगभग 24% प्रोटीन पाया जाता है. साथ ही लोबिया में विटामिन और मिनरल भी पाया जाता है.
21. Black -eyed pea – लोभिया
यह लोबिया की ही एक किस्म है. इसके बीजों का इस्तेमाल दाल के रूप में किया जाता है.
इसे इंग्लिश में black -eyed bean भी कहा जाता है.
दक्षिणी संयुक्त राज्य अमेरिका में नए साल पर इसे खाना शुभ माना जाता है.
इसमें लगभग 8% प्रोटीन पाया जाता है.
22. Soybean – सोयाबीन
वैसे तो इसे तिलहन फसल मन जाता है. परन्तु यह दलहन फसल भी है.
इसमें बहुत प्रचुर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है.
सोयाबीन का बैज्ञानिक नाम Glycine max है.
सोयाबीन बिज में लगभग 37% प्रोटीन पाया जाता है.
23. Lima bean – सेम
इसे butter bean भी कहा जाता है.
लिमा बीन का बैज्ञानिक नाम Phaseolus lunatus है.
लिमा बीन की कई किस्मे पाई जाती है.
इसमें लगभग 8% प्रोटीन पाया जाता है.
24. Adzuki bean / Red mung bean – लाल मूंग
यह मूंग की ही एक किस्म है.
लाल मूंग की खेती जापान, चीन आदि देशों में की जाती है.
इससे कई प्रकार के व्यंजन बनाए जातें हैं.
लाल मूंग में लगभग 8% प्रोटीन पाया जाता है.
25. Broad bean – बकला
ब्रॉड बीन को Fava bean या faba bean भी कहा जाता है.
इसकी फली का इस्तेमाल सब्जी के रूप में किया जाता है. और पके बीज को सुखाकर दाल के रूप में प्रयोग में लाया जाता है.
ब्रॉड बीन में लगभग 26% प्रोटीन पाया जाता है.
साथ ही ब्रॉड बीन में विटामिन B complex और मिनरल भी पाया जाता है.
ब्रॉड बीन से कई प्रकार के व्यंजन बनाये जातें हैं.
26. Navy bean – नेवी बीन
यह सफ़ेद रंग की बीन होती है. इससे कई प्रकार के व्यंजन आदि बनाए जातें हैं.
इसे haricot, pearl haricot bean, Boston bean, white pea bean भी कहा जाता है.
नेवी बीन में लगभग 22% प्रोटीन पाया जाता है.
27. Pinto bean – पिंटो बीन
पिंटो बीन मुख्य रूप से ब्राज़ील और स्पेन में उपजाई जाती है. इसकी कई किस्मे पाई जाती हैं.
बुर्के, ओथेल्लो, मावेरिक, सियरा पिंटो बीन की किस्मों के नाम हैं.
पिंटो बीन्स से भी कई प्रकार के व्यंजन बनाये जातें हैं.
यह भी बीन की ही एक किस्म है.
पिंटो बीन में लगभग 9% प्रोटीन के अलावा विटामिन और मिनरल पाया जाता है.
28. Black turtle bean – ब्लैक टर्टल बीन या काली बीन
ब्लैक टर्टल बीन भी बीन की ही एक किस्म है. यह मुख्य रूप से दक्षिण अमेरिका के लोगों द्वारा भोजन के रूप में प्रयोग लाया जाता है.
इसका आकार छोटा और चमकदार होता है. ब्लैक टर्टल बीन की भी कई किस्में पाई जाती है. जिनमे ब्लैक मैजिक, ब्लैक हॉक, डोमिनो, नाइट हॉक, वैलेन्टाइन किस्में प्रमुख हैं.
ब्लैक टर्टल बीन में लगभग 9% प्रोटीन पाया जाता है.
29. Yellow eye bean – येल्लो आइ बीन
यह भी बीन की ही एक किस्म है. यूनाइटेड स्टेट के Maine राज्य में यह बीन बहुत उपयोग में लायी जाती है.
30. Horto bean – हॉर्टो बीन
हॉर्टो बीन को टंग ऑफ़ फायर | Tongue of fire कहा जाता है. इटली में यह बीन बहुत प्रसिद्ध है.
31. Mayocoba / Yellow bean – पिली बीन
पिली बीन छोटी लगभग 1 सेंटीमीटर लम्बी पिली रंग की बीन होती है. यह स्पेन में ज्यादा प्रयोग में लायी जाती है.
32. Pink bean – पिंक बीन
पिंक बीन छोटे आकार का हल्का पिंक रंग का बीन होता है. यह कैलिफोर्निया में इस्तेमाल किया जाता है.
वहां एक ख़ास प्रकार के व्यंजन में इसका इस्तेमाल किया जाता है.
33. Peruano / Maxican yellow bean – मैक्सिकन येलो बीन
यह बीन हल्का हरा या हल्का पिला किडनी के आकार का बीन होता है.
मैक्सिको में एक ख़ास प्रकार के केक tacu tacu बनाने में इस बीन का इस्तेमाल किया जाता है.
34. Flageolet bean – फ्लेजियोलेट बीन
इस बीन को पकने से पहले ही तोड़ लिया जाता है और छाया में सुखाया जाता है.
फ्लेजियोलेट बीन छोटे आकार का, हल्का हरे रंग का और किडनी के आकार का होता है.
यह बीन केलिफोर्निया में उपजाया जाता है.
इस बीन की चार किस्में पायी जाती हैं – Chevrier (the original heirloom), Elsa, Flambeau, Flamingo.
35. Craneberry bean – क्रेनबेरी बीन
क्रेनबेरी बीन भी बीन की ही एक किस्म है. इस बीन पर लाल और मैरून रंग के निशान पाए जातें हैं.
इसमें 23% प्रोटीन पाया जाता है.
36. Calypso bean – केलिप्सो बीन
केलिप्सो बीन का रंग आधा सफ़ेद और आधा काला होता है. इसकी एक और किस्म का रंग आधा लाल और आधा काला होता है.
केलिप्सो बीन को पकाने पर यह अपने मात्रा के दोगुना हो जाता है.
इसमें 20% प्रोटीन पाया जाता है.
37. Anasazi – अनासाज़ी
अनासाज़ी बीन लाल और सफ़ेद रंग की होती है. इसे अमेरिका में उपजाया जाता है.
38. Scarlet runner bean – स्कारलेट रनर बीन
इस बीन का बैज्ञानिक नाम Phaseolus coccineus है.
इस बीन के पौधे को सजावट के पौधे के रूप में लगाया जाता है. इसमें बहुत ही खुबसूरत फूल खिलतें हैं.
रनर बीन को Oregon lima bean भी कहा जाता है.
इस बीन को अमेरिका में उपजाया जाता है. इसके बीजों का उपयोग खाने के लिए किया जाता है.
रनर बीन की भी कई किस्में पाई जाती हैं.
39. Rice bean – चावल बीन
यह बहुत ही कम प्रचलित दाल है. भारत और नेपाल में इसकी खेती की जाती है. अधिकतर इसे पशुओं के चारे के रूप में इस्तेमाल किया जाता है.
इसके अलावा इसे लोग दाल के रूप में भी खाते हैं. यह बहुत ही पौष्टिक होता है.
इसमें कई तरह के औषधीय गुण भी पाए जातें हैं.
राइस बीन का बैज्ञानिक नाम Vigna umbellata है.
40. Tepary bean – टपरी बीन
इसका बैज्ञानिक नाम Phaseolus acutifolius है. इस बीन को Pawi या Yorimui भी कहा जाता है.
मेक्सिको में इसकी खेती की जाती है. इसके अलावा अन्य कई देशों में इसकी खेती की जाती है.
आप सबको बता दें की हल्दीराम कंपनी की भुजिया और पंजाबी तड़का में इसका इस्तेमाल किया जाता है.
41. Bambara nut – बमबारा नट
इसे अफ्रीका के देशों में उपजाया जाता है. यह कुछ कुछ मूंगफली के समान होता है.
इसका बैज्ञानिक नाम Vigna subterranea है.
इसमें लगभग 25% प्रोटीन पाया जाता है.
42. Hyacinth bean / Seim bean – सिम बीन
इसका बैज्ञानिक नाम Lablab purpureus है. इसकी कई किस्में पाई जाती हैं.
इसकी फली का इस्तेमाल सब्जी के रूप में किया जाता है और इसके बीजों का इस्तेमाल दाल के रूप में किया जाता है.
43. Jack bean – जैक बीन
जैक बीन का बैज्ञानिक नाम Canavalia ensiformis है.
इसकी खेती मुख्य रूप से ब्राज़ील में होती है. यह मुख्य रूप से पशुओं के चारे के लिए उपजाई जाती है.
जैक बीन की फली 14 सेंटीमीटर तक की हो सकती है. इसके बीज बड़े आकार के और सफ़ेद रंग के होतें हैं.
44. Winged bean – विंगड बीन
इसका बैज्ञानिक नाम Psophocarpus tetragonolobus है.
यह ज्यादा प्रचलित नहीं है और बहुत कम पैमाने पर इसे उपजाया जाता है.
यह मुख्य रूप से न्यू गिनी में उपजाई जाती है.
इसके बीजों का इस्तेमाल दाल के रूप में किया जाता है. यह बहुत पौष्टिक होती है. इसमें लगभग 30% प्रोटीन पाया जाता है.
45. Velvet bean – वेलवेट बीन
इसका इस्तेमाल खाने के लिए नहीं किया जाता है. इसका इस्तेमाल आयुर्वेदिक और यूनानी दवाओं में किया जाता है.
इसका बैज्ञानिक नाम Mucuna pruriens है.
इसकी फली से त्वचा का संपर्क होने पर खुजली होती है.
इस तरह से इस पोस्ट के माध्यम से हमने आज दालों के नामों (Pulses name) और दालों के बारे में अन्य जानकारी प्राप्त की.
इनमे से बहुत से दालों का इस्तेमाल बहुत कम किया जाता है. और कुछ दाल तो बहुत ही ज्यादा इस्तेमाल में लाये जातें हैं.
Pulses Name Video
निचे हमने दालों के नाम ( Pulses Name ) से संबंद्धित कुछ विडियो दिए हुए हैं. आप इन विडियो को देख कर भी जानकारी प्राप्त कर सकतें हैं.
Pulses Name in Hindi and English Audio
सभी प्रमुख दालों के नाम हिंदी और इंग्लिश में ( Pulses Name in Hindi and English ) की ऑडियो निचे दी हुई है. आप ऑडियो बटन दबाकर इसे सुन सकतें हैं.
अब हम दालों के महत्व के बारे में कुछ बात कर लेतें हैं.
Importance of Pulses in Hindi
दालों का महत्व
दाल प्रोटीन का अच्छा श्रोत होतें हैं. हमारे शरीर के विकास और शारीरिक क्रियाओं को सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रोटीन की जरूरत पड़ती है.
दालों के सेवन से हम अपने शरीर की प्रोटीन की जरुरत को पूरा कर सकतें हैं.
और एक बात दालों को खाना बहुत ही आसान होता है. आप इसे भुनकर, पकाकर तथा तरह तरह के व्यंजन बनाकर खा सकतें हैं.
दालों से बने व्यंजनों का स्वाद भी लोगों को बहुत पसंद आता है.
दाल आसानी से उपलब्द्ध होतें हैं. दालों की खेती व्यापक पैमाने पर की जाती है.
दालों में प्रोटीन के अलावा कार्बोहाइड्रेट, विटामिन और मिनरल भी पाए जातें हैं. जो की हमारे शरीर के विकास के लिए जरुरी होतें हैं.
दालों की कृषि से जमीन की उर्वरा शक्ति भी बनी रहती है.
All Pulses Name in Hindi and English PDF
दालों के नाम पीडीऍफ़ – Pulses name PDF में अगर आप डाउनलोड करना चाहतें हैं तो निचे दिए गए बटन को दबायें.
निवेदन
हमने दालों के नाम (Pulses Name) से संबंद्धित इस पोस्ट को पूरी तरह से रिसर्च करने के बाद प्रकाशित किया है. फिर भी अगर कहीं कोई भी त्रुटी हो तो आप हमें निचे कमेंट बॉक्स में लिख सकतें हैं.
अगर कोई दाल इस लिस्ट में से छुट गया हो तो आप हमें कमेंट के माध्यम से बता सकतें हैं.
आपके सलाह से हमें इस साईट को और बेहतर करने में मदद मिलती है.
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